Sporadic thoughts...
Navneeta Dash speaks her heart out...
Monday, November 14, 2011
कहती है मुझे एक वेश्या
कहती है मुझे एक वेश्या
तन भी है उसका
मन भी है उसका
तन है सभीका
मन न किसीका
कहती है मुझे एक वेश्या
की हर मन में है एक वेश्या
और हर वेश्या में है एक मन
है एक सपना
एक नया सुनेहरा भविष्य का!
कहती है ये मुझे एक वेश्या ...
Friday, November 11, 2011
कुछ संवेदनाएं
याद आ गयी हमें उनकी
मृत-प्राय कुछ संवेदनाएं...
कुछ पल ठहर गयी ज़िंदगी
पर अगले ही पल फिरसे बढ़ी
एक नयी लक्ष की संधान में...
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